हम भक्त नहीं
हम tard नहीं
फ़क्त इक इन्सां की
आवाज़ नहीं
336 हो या 67
नेता चाहिए सम्राट नहीं
हम आम नहीं हम खास नहीं
मालूम हमको है गलत सही
डेवलपमेंट हमको है भाता
गरीब भी नज़रअंदाज़ नहीं
अनुशासन के हम अनुयायी
साम्प्रदायिकता हमें बर्दाश्त नहीं
कदम रखना फूँक फूँक कर तुम
वोट दिया है, ईमान नहीं
इतिहास से कुछ तुम भी सीखो
इस बार जो है , अगली बार नहीं !